BY- FIRE TIMES TEAM
उत्तर प्रदेश सरकार ने कई जिलों में खेतों पर आक्रमण करने वाले टिड्डों के एक विशाल झुंड के आने के बाद से राज्यव्यापी अलर्ट की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के बाद तीसरा राज्य है जो इन फसल खाने वाले टिड्डों से प्रभावित हुआ है।
अधिकारियों को डर है कि शायद इन फसल खाने वाले टिड्डों के झुंड ने आगरा, अलीगढ़, बुलंदशहर, एटा, कानपुर और मथुरा सहित राज्य के 17 जिलों में भारी मात्रा में फसलों को नुकसान पहुंचाया है।
उप निदेशक कृषि कमल कटियार ने कहा, “टिड्डों का झुंड जो प्रदेश में घूम रहा है, वह आकार में छोटा है।”
उन्होंने बताया, “हमें खबर मिली है कि देश में लगभग 2.5 से 3 किलोमीटर लंबा फसल खाने वाला टिड्डों का झुंड प्रवेश कर चुका है। टिड्डों से निपटने के लिए एक टीम कोटा [राजस्थान] से आई है।”
फसल खाने वाले टिड्डों ने पहली बार अप्रैल के दूसरे सप्ताह में राजस्थान में पाकिस्तान से प्रवेश किया था। इसने राजस्थान के 18 जिलों और मध्य प्रदेश के में लगभग एक दर्जन जिलों में फसलों को नष्ट कर दिया है।
पिछले साल इसने उत्तरी गुजरात में खेतों को तबाह कर दिया था, खासकर बनासकांठा, पाटन और कच्छ के तीन सीमावर्ती जिलों में।
आगरा जिला प्रशासन ने कीटों को खाड़ी में रखने के लिए रासायनिक स्प्रे से लैस 204 ट्रैक्टर तैनात किए हैं।
झांसी जिला प्रशासन ने फायर ब्रिगेड को रसायनों के साथ स्टैंडबाय पर रहने का निर्देश दिया है।
झांसी के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, “आम लोगों के साथ-साथ ग्रामीणों को भी कंट्रोल रूम को टिड्डों के बारे में सूचित करने के लिए कहा गया है।”
उन्होंने कहा, “टिड्डे उन स्थानों पर जाएंगे जहाँ हरी घास या हरियाली है। इसलिए, ऐसे स्थानों पर टिड्डों के आने के बारे में विवरण साझा किया जाना चाहिए।”
Locust swarms in Jaipur this morning. #MondayMorning pic.twitter.com/g5PpCQtb7k
— Rakesh Goswami (@DrRakeshGoswami) May 25, 2020
उत्तर प्रदेश से पहले, मध्य प्रदेश ने 27 वर्षों में अपने सबसे बड़े टिड्डे हमले का सामना किया है।
रेगिस्तानी टिड्डों ने नीमच जिले के माध्यम से राज्य में प्रवेश किया और फिर मालवा निमाड़ के कुछ हिस्सों में गए। ये टिड्डे अब भोपाल के करीब हैं।
राज्य के कृषि विभाग ने किसानों से ढोल, बर्तनों को पीटने और चिल्लाने की आवाजें बुलंद करने को कहा है।
टिड्डों के इस हमले से देश की खाद्य सुरक्षा दांव पर है।
केंद्र सरकार की चार टीमें राज्य मेंं रासायनिक स्प्रे का उपयोग करके इन कीटों से लड़ने में मदद कर रही हैं।
विशेषज्ञों ने कहा कि ये झुंड लगभग 8,000 करोड़ रुपये की मूंग की खड़ी फसल को नष्ट कर सकते हैं।
टिड्डों का झुंड सिर्फ फसल ही नहीं बल्कि फलों और सब्जियों की नर्सरी पर भी हमला कर सकते हैं। कई हजार करोड़ रुपये की कपास और मिर्च की फसलें बर्बाद होने का भी खतरा है।