जब से दी कश्मीर फाइल्स फ़िल्म आई है तब से देश भर सेवकई प्रकार की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कोई बीजेपी तो कोई कांग्रेस को कश्मीरी पंडितों के शोषण की वजह बता रहा है।
इस फ़िल्म को लेकर जब पत्रकारों ने नाना पाटेकर से पूछा तो उन्होंने कहा यह देश सभी का। विभाजन करना किसी भी तरीके से सही नहीं।
नाना पाटेकर ने कहा, ‘यह देश हिंदुओं और मुसलमानों- दोनों का ही है और उनके लिए एक साथ रहना आवश्यक है और उन्हें साथ में मिलकर रहना चाहिए. यदि दोनों समुदायों के बीच विभाजन हो रहा है, तो यह ठीक नहीं है।’
नाना पाटेकर महाराष्ट्र के पुणे में कार्यक्रम से इतर पत्रकारों द्वारा कश्मीर फाइल्स पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अभी इस फ़िल्म को नहीं देखी है। साथ ह फ़िल्म के विवादित होने को भी गलत बताया।
आपको बता दें कि इस फिल्म का कई लोग विरोध कर रहे हैं तो कई लोग जमकर प्रचार भी कर रहे हैं। प्रचार में बीजेपी के कई बड़े नेता भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री से लेकर गृह मंत्री तक ने इस फ़िल्म का अप्रत्यक्ष रूप से प्रचार किया है। फ़िल्म की कोर टीम ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की तो वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने अपने घर पर नास्ता कराया।
बीजेपी के कार्यकर्ता इस फ़िल्म को फ्री में दिखाने का ऑफर तक दे रहे। असम के मुख्यमंत्री सरकारी कर्मचारियों को छुटटी तक दे रहे। वहीं बीजेपी शासित कई प्रदेशों में फ़िल्म को टैक्स फ्री भी कर दिया गया है।
फ़िल्म 1990 में कश्मीर से पंडितों के पलायन के ऊपर बनी है। जिसमें घाटी में कश्मीरी पंडितों पर हुए जुर्म को दिखाने का प्रयास किया गया है। कुछ लोगों का मानना है कि फ़िल्म में आधा-अधूरा सच दिखाया गया है। बहरहाल फ़िल्म का जमकर प्रोमोशन हो गया है और खूब कमाई भी।