शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच खेला गया मैच काफी रोमांचक भरा रहा। हालांकि कोलकाता की टीम 18 रन से हार गई।
पहले बैटिंग करते हुए दिल्ली ने 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 228 रन बनाए। लक्ष्य का पीछे करने उतरी कोलकाता की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहला विकेट शुरुआत में ही लग गया।
बीच में कोलकाता की टीम मैच में जरूर वापसी की लेकिन लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई। 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 210 रन ही बना सकी।
मैच के हाइलाइट्स:
1. दिल्ली के युवा बल्लेबाज- शॉ, अय्यर, पंत की बेहतर बैटिंग के सामने कोलकाता के युवा गेंदबाज – मावी, नागरकोटी।
2. शॉ की शुरुआती तेज पारी। मात्र 41 बॉल पर 66 रन की धमाकेदार पारी जिसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल हैं।
3. अय्यर की शानदार अविजित 88 रनों की पारी। यह स्कोर उन्होंने सिर्फ 38 बॉलों पर बना डाला जिसमें 7 चौके और 6 छक्के शामिल हैं।
4. मॉर्गन और त्रिपाठी की साझेदारी। दोनों ने मिलकर कोलकाता को मैच में वापस लाने का काम किया। मॉर्गन ने 18 बॉलों पर 44 रन बनाए जिसमें 5 छक्के और 1 चौका शामिल है जबकि त्रिपाठी ने 16 बॉलों पर 36 बनाकर काफी तेज आक्रमण किया। त्रिपाठी ने 3 छक्के और 3 चौके जड़े।
5. रसल का बैटिंग क्रम में प्रमोशन मिसफायर होना। 8 बॉल पर सिर्फ 13 रन बनाए। शायद कोलकाता की हार में सबसे बड़ी वजह यही हो सकती है। आखरी के 2 ओवर में 31 रन रसल आसानी से बना सकते थे।
कोलकाता के 6 बल्लेबाज 122 रन के स्कोर पर ही पवेलियन लौट गए थे। 13वें ओवर में नीतीश राणा का आउट होने था और मैच पर दिल्ली की पकड़। कप्तान दिनेश कार्तिक भी कुछ नहीं कर पाए वह मात्र 6 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट हो गए।
इसके बाद राहुल त्रिपाठी और मॉर्गन ने मैच को कुछ जरूर बदलने का काम किया। 18वें ओवर में शुरुआत की 3 गेंदों में कगिसो रबाडा को छक्के पड़ने से मैच का रुख बदलता दिखा लेकिन चौथी गेंद पर विकेट ने सबकुछ बदल दिया।
कोलकाता को आखरी के 2 ओवर में 31 रन की जरूरत थी जो कि बनाये जा सकते थे लेकिन मॉर्गन के विकेट गिरने से यह असंभव हो गया।