BY – FIRE TIMES TEAM
रविवार को कृषि से जुड़े दो विधेयक राज्यसभा में भी पास हो गये थे। चर्चा के दौरान विपक्षी पार्टी के सांसदों ने वेल में आकर नारेबाजी की, और उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का माइक निकालने की भी कोशिश की।
इसके बाद सोमवार को राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू ने 8 विपक्षी सांसदों को 7 दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया।
निलंबित हुए सांसदों में तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन, कांग्रेस के राजीव सातव, आप पार्टी के संजय सिंह, के के रागेश, रिपुन बोरा, डोला सेन, सैयद नजीर हुसैन और इलामारन करीम हैं। इन सभी पर संसद के साथ असंसदीय व्यवहार करने का आरोप है।
टीएसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने तो सदन की रूलबुक फाड़ दी, और कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा एवं आप सांसद संजय सिंह उपसभापति का माइक तोड़ने की कोशिश करते नजर आये।
सभापति ने कहा कि कल का दिन राज्यसभा के लिए बहुत ही खराब था। इस दौरान सदस्यों ने उपसभापति के साथ अमर्यादित आचरण किया। इस दौरान सदन में हंगामा और नारे लगते रहे, सरकार ने 8 सदस्यों को मौजूदा सत्र के शेष समय के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया। जिसे सदन ने ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया।
सदन को हंगामें के कारण आज दो बार स्थगित करना पड़ा। एक बार 10 बजे तक के लिए और दूसरी बार 12 बजे तक के लिए।
सभापति ने खुद निलंबित सदस्यों को सदन से बाहर जाने को कहा। टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन ने तब भी हंगामा जारी रखा, जिस पर सभापति ने नाम लेकर तृणमूल सांसद को बाहर जाने को कहा।
उसके बाद भी हंगामा और नारेबाजी चलती रही। जिसके कारण सभापति ने सदन को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।