BY- FIRE TIMES TEAM
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख दिलीप घोष ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों को चेतावनी दी कि अगर वे अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले हिंसा करते हैं तो वे सभी भयंकर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
घोष ने पूर्वी मिदनापुर जिले के हल्दिया शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि ममता बनर्जी सरकार के अब गिने चुने दिन बचे हैं और अब उनका समय खत्म होने वाला है।
उन्होंने कहा, “वे सभी टीएमसी के कार्यकर्ता जो अभी तक अपने पुराने तरीके से काम कर रहे हैं और अभी भी आम लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं उन्हें अगले छह महीनों में खुद को सुधार कर लेना चाहिए।”
घोष ने कहा, “अगर वे नहीं करते हैं, तो उनके हाथ, पैर और पसलियों को तोड़ दिया जाएगा और उन्हें अस्पताल जाना होगा। अगर वे अभी भी अपने अत्याचार जारी रखते हैं, तो उन्हें श्मशान भी जाना पड़ेगा।”
घोष ने कहा कि केंद्र राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेगा और भाजपा राज्य में “लोकतंत्र बहाल” करेगी।
उन्होंने कहा, “विधानसभा चुनाव राज्य पुलिस के साथ नहीं बल्कि केंद्रीय बलों की मौजूदगी में होंगे।”
घोष की टिप्पणी के दो दिन बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार की “मौत की घंटी” बज गई है और भाजपा ने 200 से अधिक विधानसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
इस बीच, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि घोष राज्य के राजनीतिक माहौल को खराब कर रहे हैं।
टीएमसी नेता सौगत राय ने कहा, “इस तरह के बयानों से पता चलता है कि बीजेपी राज्य के राजनीतिक माहौल को आतंकित करने और राज्य के राजनीतिक माहौल को खत्म करने की कोशिश कर रही है। राज्य के लोग उन्हें आने वाले चुनाव में जवाब देंगे।”
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