BY – FIRE TIMES TEAM
कृषि कानूनों को लेकर कई महीनों से पंजाब और हरियाणा के किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। और आज संविधान दिवस के अवसर पर किसानों ने ऐलान किया था कि यदि केन्द्र सरकार का रूख नरम नहीं हुआ तो दिल्ली में एक अनिश्चीत कालीन प्रदर्शन किया जायेगा।
इसके अलांवा पंजाब में वहां के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ दिन पहले ही रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को समझाकर मना लिया। लेकिन आज दिल्ली में तमाम किसान पहुंच गये हैं, और तमाम किसानों को रोकने का प्रयास भी पुलिस द्वारा किया जा रहा है।
कई किसान नेताओं की गिरफ्तारी हुई। कुछ किसान तो 25 नवंबर को ही दिल्ली पहुंच गये थे जो गुरूद्वारा में रूके थे, उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जाने माने नेता योगेन्द्र यादव को भी डिटेन कर लिया गया।
और अब हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गयी है। पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया था कि, करीब दो महीने से पंजाब में किसान शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। तो फिर हरियाणा सरकार उनको क्यों भड़का रही है, उन्हे शांतिपूर्वक अपना संदेश क्यों नहीं पहुंचाने देती।
For nearly 2 months farmers have been protesting peacefully in Punjab without any problem. Why is Haryana govt provoking them by resorting to force? Don't the farmers have the right to pass peacefully through a public highway? @mlkhattar pic.twitter.com/NWyFwqOXEu
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 26, 2020
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाम ट्विटर पर एक संदेश लिखा – कैप्टन अमरिंदर जी, मैंने पहले भी कहा था और मैं फिर कह रहा हूं कि मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर एमएसपी को लेकर किसानों को कोई परेशानी हुई।
इसलिए भोले-भाले किसानों को भड़काना बंद कीजिए, मैं पिछले तीन दिन से आपसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, पर आप बात करने के लिए उपलब्ध नहीं हैं। क्या किसानों के मुद्दे पर आप इतने ही गंभीर हैं?
.@capt_amarinder ji, I've said it earlier and I'm saying it again, I'll leave politics if there'll be any trouble on the MSP – therefore, please stop inciting innocent farmers.
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 26, 2020