BY- FIRE TIMES TEAM
ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला कि पिछले महीने केरल के पलक्कड़ शहर में जिस गर्भवती हथिनी की मौत हुई थी, उसके मुंह में विस्फोट होने की वजह से बड़े घाव हो गए थे।
रिपोर्ट में कहा गया कि मुंह में घाव के चलते हथिनी ने अपनी मृत्यु से लगभग दो सप्ताह पहले से कुछ भी नहीं खाया था क्योंकि वो खाने में असमर्थ थी।
रिपोर्ट में कहा गया है, “मुंह में घाव और चोट लगने के कारण सेप्सिस हुआ जो उस विस्फोट के कारण हुआ जो हथिनी के मुंह में हुआ था।”
रिपोर्ट में आगे कहा गया, “घाव और चोट के चलते अत्यधिक दर्द हुआ जो कम नहीं हुआ जिसकी वजह से हथिनी लगभग दो सप्ताह तक पानी और भोजन लेने में असमर्थ रही। गंभीर शारीरिक दुर्बलता और कमजोरी के चलते आखिर में वह पानी में गिर गई और डूबकर उसकी मौत हो गई।”
इस बीच, रिपोर्ट में हथिनी की मौत का तत्काल कारण फेफड़ो में पानी चले जाना बताया गया जिसकी वजह से वह सांस लेने भी असमर्थ हो गई।
रिपोर्ट में कहा गया, “कोई भी गोली या कोई अन्य धातु या विदेशी वस्तु शव के किसी हिस्से में नहीं मिली।”
लगभग 15 साल उम्र की हथिनी की मौत 27 मई को पलक्कड़ में वेल्लियार धारा में मौत हुई थी।
हथिनी के मुंह में जो घाव हुए उसका कारण वह फल था जिसमें विस्फोटक रखे थे, जो गांव वाले अपनी फसल को जंगली जानवरों से बचाने के लिए रखते हैं।
इस घटना से पूरे देश में आक्रोश फैल गया है।
केरल में ग्रामीण अक्सर अपने खेतों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए खाने में पटाखे या विस्फोटक का इस्तेमाल करते हैं। इस प्रथा की व्यापक आलोचना हुई थी।
हालांकि, वन अधिकारी आशिक अली यू बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद हथिनी की मौत की बारीकियां स्पष्ट नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “अभी हम नहीं जानते हैं कि पटाखे किसके साथ मिलाए गए थे। इस क्षेत्र में स्थानीय रूप से पटाखे फलों या जानवरों के मांस के साथ मिलाये जाते हैं। लेकिन अभी निर्णायक रूप से हमें कुछ भी नहीं मिला है।”
ऑटोप्सी में एक अलग फ्रैक्चर का भी उल्लेख किया गया है जो जबड़े पर मैक्सिलरी हड्डियों के प्रमुख हिस्सों पर था।
शुक्रवार को केरल में पुलिस ने हाथी की मौत के मामले में पहली गिरफ्तारी की। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान पी विल्सन के रूप में हुई है, जो नकदी फसलों और मसालों की खेती करने वाला एक कर्मचारी है। मामले में एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
दोनों व्यक्तियों ने पूछताछकर्ताओं को बताया कि उन्होंने जंगली सूअर को डराने के लिए पटाखों से भरे फल रखे थे, जो अक्सर खेतों को नुकसान पहुंचाते हैं।