बिहार चुनाव के बाद अब मंत्री पद बांटने को लेकर काफी चर्चा है। एनडीए की सहयोगीपार्टियों ने मिलकर मंत्री पद आपस में बांट लिए हैं।
अब जिन विधायकों को मंत्री पद दिया जा रहा है उसको लेकर काफी बवाल मच गया है। दरअसल बिहार में कुछ ऐसे लोगों को मंत्री बनाया गया है जिनके ऊपर भ्रस्टाचार के आरोप लगे हैं।
जिनको शिक्षा मंत्री बनाया गया वह नौकरी घोटाले के आरोपी हैं। इसी को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल करने शुरू कर दिए। जिसमें तेजस्वी यादव ने जबरदस्त उत्साह के साथ नीतीश कुमार पर हमला किया।
एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने नीतीश कुमार से कई प्रश्न किए। उन्होंने लिखा,
‘मा. मुख्यमंत्री जी,
जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें। महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी। अभी तो 19 लाख नौकरी, संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे।
मैंने कहा था ना आप थक चुके है इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है।
जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया
थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया
घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया।
असली गुनाहगार आप हैं। आपने मंत्री क्यों बनाया?? आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?
जय बिहार, जय हिन्द’
बिहार की 243 सीटों पर नतीजें आ चुके हैं. शुरुआत में जहां तेजस्वी यादव की कयादत वाला महागठबंधन आगे चल रहा था वहीं अब एनडीए ने सप्ष्ट बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया. एनडीए ने 125 सीटें, महागठबंधन ने 110 तो वहीं बसपा व अन्य पार्टियों के 8 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की.
इस चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया। उसने कुल 5 सीटें जीती। इसके बाद बहुत से लोग ओवैसी की पार्टी को लेकर सवाल भी करने लगे हैं।
One comment
Pingback: सुब्रत रॉय को अगर रहना है जेल से बाहर तो देने होंगे 62,600 करोड़ रुपये, सेबी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया -