क्या आप जानते हैं कि 20 नवंबर से आज तक पेट्रोल 2 रुपए 7 पैसे और डीजल 2 रुपए 88 पैसे प्रति लीटर तक महंगा हुआ है। इस दौरान एक-एक कर के 13 बार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं।
कल 5 दिसंबर शनिवार को डीजल की कीमत में 25 पैसे तक की बढ़ोतरी हुई वहीं पेट्रोल की कीमत 27 पैसे तक बढ़ी है। शुक्रवार को भी डीजल की कीमत में 25 पैसे और पेट्रोल की कीमत में 20 पैसे तक की बढ़ोतरी हुई थी।
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पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. पेट्रोल के दाम 90 रुपये प्रति लीटर से भी ज्यादा हो गए हैं. वहीं डीजल 81 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गया है.
कोरोना काल में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट के बाद लोग राहत की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन लोगों को मोदी सरकार ने झटका दिया था. सरकार ने मई में पेट्रोल पर 10 रुपये और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क और बढ़ा दिया था
जब 2014 में मोदी सरकार आई थी, तब एक लीटर पेट्रोल पर 9.48 रुपये और डीजल पर 3.56 रुपये एक्साइज ड्यूटी लगती थी। लेकिन आज एक लीटर पेट्रोल पर 32.98 रुपये और डीजल पर 31.83 रुपये एक्साइज ड्यूटी लगती है।
यह भयानक लूट है कोरोना के समय में देश की आम जनता गहरे आर्थिक संकट में है तब सरकार और तेल कंपनियां कच्चे तेल की कीमतों में आई कमी का फायदा ग्राहकों को देने के बजाय अपनी जेबें भर रही है