BY- FIRE TIMES TEAM
गरीबों को आवास उपलब्ध कराने का वादा केंद्र और राज्य सरकारों दोनों ने किया है, लेकिन मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक दलित परिवार पिछले कई वर्षों से शौचालय में रहने को मजबूर है।
हालांकि, प्रशासन ने इस बात से बात से साफ इनकार करते हुए कहा कि परिवार शौचालय में नहीं रह रहा है।
टीकमगढ़ जिले के मोहनगढ़ क्षेत्र के केशवगढ़ ग्राम पंचायत में मगनलाल अहिरवार, उनकी पत्नी और चार बच्चे साथ में रहते हैं और ये सभी चार साल से शौचालय में रह रहे हैं।
अहिरवार की पत्नी फूला देवी ने कहा कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से कहा कि उनके परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर नहीं मिला, लेकिन किसी ने नहीं सुनी।
दंपति को अपनी बेटी की शादी भी उसी शौचालय में करवाने में मजबूर होना पड़ा क्योंकि उन्हें सरकार की तरफ़ से कोई आवास नहीं मिला था।
यहां तक कि उन्हें उज्जवला योजना के तहत बिजली कनेक्शन और गैस कनेक्शन भी मिला हुआ है जिसे वे उसी शौचालय में इस्तेमाल करते हैं।
मोहनगढ़ के तहसीलदार डॉ अभिजीत सिंह ने बताया, “मुझे मामले के बारे में पता चला और मैंने रिपोर्ट की रिपोर्ट मांगी। मगनलाल अहिरवार दो-तीन दिन पहले कार्यालय आया था और इस बात से इनकार किया था कि वह अपने परिवार के साथ शौचालय में रह रहा था। गाँव में उसका पैतृक घर है।”
डॉ सिंह ने कहा कि वह पहले एक शौचालय में रहते थे, लेकिन वर्तमान समय में वह वहां नहीं रह रहे हैं।