BY – FIRE TIMES TEAM
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की आने वाली किताब द प्रेसिडेंशियल ईयर्स के पब्लिकेशन पर उनके बेटे और बेटी में मतभेद हो गए हैं। बेटे अभिजीत मुखर्जी का कहना है कि बिना उनकी मंजूरी के पिता की किताब न छापी जाए।
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Since my father is no more , I being his son want to go through the contents of the final copy of the book before it's publication as I believe , had my father been alive today , he too would have done the same.— Abhijit Mukherjee (@ABHIJIT_LS) December 15, 2020
वहीं, बेटी शर्मिष्ठा ने कहा है कि भाई इस किताब के छपने में अड़चन न डालें। यह किताब अगले महीने मार्केट में आने वाली है।
यह विवाद अभिजीत के सोशल मीडिया पर शिकायत करने से शुरू हुआ। उन्होंने पब्लिकेशन हाउस को चिट्ठी लिखकर किताब को छापने पर रोक लगाने की गुजारिश की है। इस पर शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अभिजीत से कहा कि वे पिता की लिखी आखिरी किताब के पब्लिश होने में बेवजह रुकावट पैदा न करें।
उन्होंने यह भी कहा है कि प्रणब मुखर्जी के विचार उनके अपने हैं। किसी को भी सस्ते प्रचार के लिए इन्हें पब्लिश होने से रोकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इससे हमारे दिवंगत पिता को बहुत परेशानी होगी। दोनों के बीच यह बहस सोशल मीडिया पर हुई।
Btw bro, the title of the book is ‘The Presidential Years’, not ‘The Presidential Memoirs’. 3/3
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) December 15, 2020
प्रणब मुखर्जी की किताब द प्रेसिडेंशियल ईयर्स रूपा पब्लिकेशन से आने वाली है। पब्लिकेशन हाउस ने पिछले सप्ताह इसके कुछ अंश जारी किए थे। मीडिया में इसे लेकर खबरें भी आई थीं। 2012 से 2017 तक राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी का इस साल अगस्त में निधन हो गया था।
सामने आए किताब के हिस्सों में 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार पर प्रणब मुखर्जी के विचार भी शामिल हैं। उन्होंने सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पार्टी और सरकार को चलाने के तरीके पर सवाल उठाए थे।