COVID-19: वायरस एक रूप अनेक, लक्षण बदलता वायरस, सामने आए नए लक्षण

BY- FIRE TIMES TEAM

COVID- 19 या कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया भर में आतंक मचा रखा है, इसकी न तो अभी तक कोई वैक्सीन बन पाई है ना ही कोई दवा। आज दुनिया भर के लगभग हर देश में कोरोना वायरस के मरीज हैं।

सबसे दिलचस्प बात कोरोना वायरस की यह है कि समय के साथ इसके हर दिन नए रंग-रूप नजर आ रहे हैं। पहले मरीजों में सर्दी-खांसी, जुखाम, बुखार जैसे लक्षण थे लेकिन अब इसके लक्षण बदल चुके हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कोरोना वायरस के नए लक्षण को लेकर दुनिया को आगाह किया है।

डब्लूएचओ के विशेषज्ञों ने बताया है कि अब कोरोना वायरस के लक्षणों में बोलने में दिक्कत होना भी एक गंभीर लक्षण है।

विशेषज्ञों का कहना है कि बोलने के साथ-साथ अगर चलने में भी समस्या हो रही है तो ऐसे व्यक्ति को बिना देरी किये तत्काल रूप से डॉक्टर के वास जाना चाहिए और COVID- 19 का टेस्ट करवाना चाहिए।

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा लगभग 3 लाख के पार हो चुका है और ऐसे समय में इसके नए लक्षण सामने आना काफी गंभीर समस्या है।

विशेषज्ञों ने कहा, “कोरोना वायरस के हल्के लक्षणों में सामान्य बुखार, खांसी और कफ जैसी समस्या होती है जो सामान्य इलाज से सही हो जाता है।”

उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस के गंभीर लक्षणों में शामिल है सांस लेने में दिक्‍कत और सीने में दर्द या दबाव, बोलना बंद होना या चलने में दिक्‍कत होना।”

विशेषज्ञों के अनुसार डॉक्टर के पास जाने से पहले मरीज एक बार हेल्पलाइन नंबर पर सलाह जरूर लें क्योंकि बोलने में समस्या की वजह जरूरी नहीं कोरोना वायरस की वजह से ही हो इसकी कई और भी वजह हो सकती हैं।

एक अन्य शोध में पता चला है कि कोरोना वायरस की वजह से मरीजों में मनोविकृति या मनोरोग के लक्षण भी देखे गए हैं और आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों में मनोविकृति बढ़ रही है।

अध्‍ययन से जुड़ी टीम ने मर्स और सार्स जैसे अन्‍य वायरस का भी अध्‍ययन करके यह पता लगाने की कोशिश की कि क्‍या उनका इंसान की मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है या नहीं।

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