BY – FIRE TIMES TEAM
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी कुछ महीने शेष हैं, मगर अभी से ही राज्य की सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं।पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टियां विभिन्न तरह के मुद्दे उठा रही हैं।
इसके साथ ही सियासी बयानबाजी के अलावा राजनीतिक हिंसा की घटनाएं भी आए दिन सामने आती रहती हैं। बहरहाल, इसी क्रम में सोमवार को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा है।
इस पत्र में ममता ने केंद्र सरकार से नेताजी सुभाष चंद्र बोस से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की मांग की है।ममता बनर्जी ने सोमवार को इस संबंध में अपने पत्र और राज्य सरकार के फैसले से जुड़ी तमाम जानकारियां दीं।
'Desh Nayak Diwas' will be observed in the state on 23rd January, the birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose: West Bengal CM Mamata Banerjee https://t.co/A85Of3tQKz
— ANI (@ANI) January 4, 2021
उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को लेकर एक बड़ी घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि बंगाल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर ‘देश नायक दिवस’ मनाया जाएगा।
उन्होंने इस दौरान कहा कि मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि हमने आजादी के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस के लिए कुछ भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं किया है।
मैंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती (23 जनवरी) को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने के लिए केंद्र को पत्र लिखा है और यह मेरी मांग है।
आपको बता दें कि साल 2015 में मोदी सरकार ने नेताजी से जुड़े सभी दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का ऐलान किया था। और नेताजी के परिवार को सुभाष चन्द्र बोस की टोपी भेंट की थी।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि अनिवासी भारतीयों सहित देश के सभी नागरिकों से अपील करती हूं कि नेताजी की जयंती पर यानि 23 जनवरी को दोपहर 12:15 बजे शंख फूंके।