लालू प्रसाद यादव को आधी सजा अवधि पूर्ण होने पर चौथे केस में जमानत मिल गयी है। अभी एक केस बाक़ी है जिसकी आधी सजा अवधि 9 नवंबर को पूर्ण होने पर वो बाहर आ सकेंगे।
अब केवल दुमका मामले में उन्हें जमानत मिलनी है। यदि उन्हें इस केस में जमानत मिल गई तो वह नई सरकार बनने से पहले जेल से बाहर होंगे। दरअसल बिहार चुनाव 2020 के नतीजे 10 नवम्बर को आएंगे।
चाईबासा केस भी चारा घोटाले से संबंधित है। इस मामले में जमानत मिलने के बाद भी लालू प्रसाद यादव जेल में ही रहेंगे। इसके पीछे का कारण दुमका केस में उनको अभी तक जमानत न मिलना है।
जमानत के लिए लालू यादव को 2 लाख रुपए जमा कराने हैं। यह जानकारी उनके वकील ने दी। उन्होंने कहा, ‘ 2 लाख रुपए लालू प्रसाद को जमा करना है। 30 माह लालू प्रसाद जेल में रह चुके हैं। दुमका केस में सुनवाई के बाद ही लालू प्रसाद जेल से बाहर निकल सकते हैं। 9 नवंबर को इसकी सुनवाई होने वाली है। उस दिन दुमका केस में भी लालू प्रसाद आधी सजा पूरी कर लेंगे। लालू प्रसाद की जमानत का सीबीआई के वकील ने विरोध किया था लेकिन जमानत दे दी।’
1st बिहार में छपी खबर के अनुसार लालू यादव ने अपनी जमानत याचिका में अपनी बीमारी का भी जिक्र किया था। इसमें उन्होंने लिखा था कि वह 15 बीमारियों से ग्रसित हैं।
आपको बता दें कि उनका स्वास्थ्य लंबे समय से ठीक नहीं है और इलाज कई सालों से रांची के रिम्स में चल रहा है। लालू प्रसाद यादव ने जमानत याचिका 4 जुलाई को हाइकोर्ट में दायर की थी।
चारा घोटाला मामले में लालू यादव 23 दिसंबर 2017 से जेल में बंद हैं। दुमका, चाईबासा और देवघर मामले में सीबीआई की विशेष अदालत सजा सुना चुकी है। अभी देवघर मामले में लालू को जमानत मिल चुकी है लेकिन दुमका मामले में अभी जमानत नहीं मिल पाई है।
वर्तमान में लालू प्रसाद यादव रिम्स निदेशक के बंगले में रहते हैं, ऐसा उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए किया गया है। यहां उनसे जो भी मुलाकात करने आता है उसका पहले कोरोना टेस्ट होता है। दरअसल रिम्स में लालू प्रसाद यादव के कई सेवादार और मेडिकल स्टॉफ कोरोना पॉजिटिव हो गए थे।