BY- FIRE TIMES TEAM
भीख मांगना या भिक्षावृत्ति कभी-कभी सिर्फ मजबूरी ही नहीं बल्कि आदत भी बन जाती है और ऐसा तब होता है जब गरीब परिवार के बच्चों को उनके मन मुताबिक चीजें नहीं मिल पाती हैं।
असल समस्या तब शुरू होती ये जब ऐसे बच्चे आगे चलकर अपराध की दुनिया में कदम रखते हैं क्योंकि पैसों की चाहत इंसान से बहुत कुछ करवा लेती है।
समाज में हम सभी हर रोज ऐसे कई बच्चों को देखते हैं जो हाथ में कटोरा लेकर भीख मांगते नजर आते हैं कुछ लोग तो उन्हें डांट कर भगा देते हैं और कुछ लोग पैसों के साथ-साथ नसीहत भी दे देते हैं।
समाज में लोग खुद की जिम्मेदारी नहीं समझते हुए सबकुछ सरकार पर छोड़ देते हैं हालांकि, इस मामले को लेकर भी सरकारी विभाग बने हैं जो बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए कार्य करते हैं।
ऐसे में हरदोई (यूपी) के CWC चेयरपर्सन शिशिर गौतम, मानव तस्करी विरोधी यूनिट, पुलिस जिला हरदोई और चाइल्ड लाइन हरदोई के निर्देशों के तहत बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए शहर में एक बड़ा अभियान चलाया गया।
अभियान के तहत रेलवे स्टेशन और रेलवे गंज में सभी यात्रियों और विक्रेताओं आरपीएफ, जीआरपी प्रभारी और एएचटीयू और चाइल्ड लाइन प्रभारी के रूप में आम जनता को यह संदेश दिया गया कि यदि वे किसी बच्चे को भीख मांगते हुए पाते हैं तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
प्रभारी चाइल्ड हेल्पलाइन ने बताया कि ऐसी किसी भी स्थिति में 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर को तुरंत सूचित किया जाना चाहिए और बाल भिक्षावृत्ति को रोकने में मदद करनी चाहिए।
अभियान के दौरान पांच ऐसे ही बच्चे पाए गए जिनकी प्रक्रिया बाल कल्याण समिति के अधीन है।
इस अभियान के दौरान AHTU प्रभारी जितेंद्र ओझा, उप-निरीक्षक, चेयरपर्सन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी शिशिर गौतम, सदस्य गिरीश द्विवेदी, जिला समन्वयक चाइल्ड हेल्पलाइन, जिला प्रोवेशन अधिकारी डॉ सुशील कुमार सिंह, बाल संरक्षण अधिकारी शैलेंद्र पाठक आदि मौजूद रहे।