हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में अटल सुरंग का निर्माण किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शनिवार(3 अक्टूबर2020) को इसका उद्घाटन कर दिया। अब यह आम जनता के लिए खुल जाएगी जिसके माध्यम से हर मौसम में लोग इससे होकर सफर कर सकते हैं।
मीडिया खबरों के अनुसार लाहौल स्पीति के सीसू में उद्घाटन समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोलांग घाटी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
सुरंग के उद्घाटन से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार 2 अक्टूबर को यहां पहुंचकर शनिवार को होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की थी।
सुरंग से जुड़े कुछ पहलू जो इसे खास बनाते हैं:
- अटल सुरंग दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है।
- इनकी कुल लंबाई 9.02 किलोमीटर है।
- सुरंग बनाने की बात 1960 में शुरू हुई थी जब नेहरू प्रधनमंत्री थे। कह सकते हैं आज जो हम देख रहे हैं उसकी कल्पना नेहरू ने तब ही कर दी थी।
- सुरंग को बनाने का प्रस्ताव अटल सरकार में बना। आधारशिला के रूप में तारीख थी 26 मई 2002।
- मोदी सरकार ने इसका नाम अटल सुरंग रखने का निर्णय लिया था।
- यह मनाली को पूरे वर्ष लाहौल स्पीति से जोड़े रखेगी। पहले सिर्फ 6 महीने ही एक दूसरे से संपर्क में रह पाते थे इसका प्रमुख कारण भारी बर्फबारी है।
- यह सुरंग हिमालय के पीर पंजाल पर्वत में बनाई गई है।
- अटल सुरंग को समुद्र तल से 3000 मीटर से भी अधिक ऊंचाई पर बनाया गया है। मतलब 3 किलोमीटर से ज्यादा ऊंचाई जो कि भारत के लिए एक उपलब्धि है।
- इस सुरंग में घोड़े की नाल के आकार वाली दो लेन वाली सुरंग में आठ मीटर चौड़ी सड़क है।
- इस सुरंग को बनाने में 3,300 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं। यह सुरंग देश की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
- इसकी डिजाइन ऐसे तैयार की गई है जिससे रोज तीन हज़ार कारें और 1500 ट्रक गुजर सकें। वाहनों की अधिकतम गति 80किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है।
- इस परियोजना में कुल 9000 टन स्टील का उपयोग किया गया है। इसमें से 9000 टन स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ने दिया है।