देश का माहौल कुछ ऐसा बनता जा रहा है जहां अब बोलने पर आपके ऊपर एफआईआर हो सकती है। सच बोलने की सजा के रूप में अब एफआईआर थमा दी जाती है। इससे न तो अब पत्रकार बच पा रहे हैं और न ही विपक्ष के वह नेता जो सच बोल पा रहे हैं।
अब एक बार फिर से आप नेता संजय सिंह के ऊपर एफआईआर हुई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर टिप्पणी करने को लेकर लखीमपुर जिले में यह दर्ज हुई है। अरविंद गुप्ता नाम के युवक ने गोला गोकर्णनाथ कोतवाली में संजय सिंह के खिलाफ तहरीर दी थी।
अरविंद गुप्ता ने बताया कि संजय सिंह ने 12 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसकी रिपोर्ट 13 अगस्त को छपी। इसमें संजय सिंह ने यह आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश सरकार चुन-चुन कर लोगों को मार रही है।
संजय सिंह ने कहा था कि ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है। किसी भी ब्राह्मण से पूछ लो वह आपको मुख्यमंत्री के खिलाफ गुस्सा बताएगा। भाजपा के 58 मुख्यमंत्री ब्राह्मण हैं वह भी बहुत गुस्सा हैं।
रिपोर्ट में छपी खबर के अनुसार संजय सिंह ने जातिगत आधार पर हो रहे भेदभाव के बारे में भी जिक्र किया। उन्होंने उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव जी का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति के दलित और राम मंदिर शिलान्यास को लेकर भी सरकार पर हमला किया।
जातिवाद के मुद्दे पर ही बोलने पर लखीमपुर के युवक अरविंद गुप्ता ने एफआईआर दर्ज कराई है। तहरीर के आधार पर धारा 153A. 505(2) में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
इस एफआईआर के बाद संजय सिंह ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘मुक़दमा दर मुक़दमा दिल्ली से लखीमपुर तक मुक़दमा, सच बोलता रहूँगा। योगी जी से अनुरोध है कृपया जल्द गिरफ़्तार करें , मुझ जैसा ख़ूँख़ार अपराधी कहीं बच ना जाय।’