जिसने “गरीबों” को छुपाने के लिए दीवारें खड़ी कर दी थी, उससे गरीबों की मदद की उम्मीद करना ताज्जुब की बात: कांग्रेस नेता


BY- FIRE TIMES TEAM


कोरोना संकट के बीच सबसे भयावह तश्वीरें प्रवासी मजदूरों की आ रही हैं। ये प्रवासी मजदूर भारत के उद्योग धंधों की जान हैं जिनके काम के करने के बाद बड़े-बड़े उधोगपति साल का अरबों रुपये का टर्नओवर करते हैं।

इन सब के बावजूद प्रवासी मजदूर लगातार भूक प्यास के साथ सफर कर रहे हैं। जो रोटी के लिए शहर की तरफ आये थे वह रोटी के लिए ही अपने घर जा रहे हैं।

मजदूर रास्ते में दुर्घटना के भी शिकार हो रहे हैं जिनमें सैकड़ों की जान भी जा चुकी है। दूसरी ओर प्रशासनिक लापरवाही के कारण भी मजदूर परेशानी उठा रहे हैं। पुलिस का अत्याचार भी वह सह रहे हैं लेकिन उनको अपने घर पहुंच जाने की आस है।

प्रवासी मजदूरों को लेकर अब युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव दीपक भाटी चोटीवाला ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए सरकार पर हमला किया है।

उन्होंने अपनी एक पोस्ट में लिखा, “ताज्जुब तो इस बात का है की “गरीब” की “मदत” की उम्मीद उस इन्सान से कर रहे हैं
जिसने “गरीबो” को छुपाने के लिए दीवारे_खड़ी कर दी थी।”

आपको याद होगा जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत दौरे पर आए थे तब गुजरात के अहमदाबाद में झोपड़ पट्टी के किनारे दीवार खड़ी कर दी गई थी। जिसको लेकर लोगों ने काफी आलोचना की थी। लोगों ने कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति को झोपड़ पट्टी की गरीबी न दिखे इसके लिए सरकार ने दीवार खड़ी कर दी।

बाद में नगर निगम ने  दीवार बनाने को लेकर सफाई भी दी थी। लेकिन फिर भी लोगों ने उसको राष्ट्रपति ट्रम्प और गरीबी को ही जोड़कर देखा था।

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भारत में आज भी लाखों लोग कुपोषण का शिकार हैं। हर साल हजारों लोग भुखमरी का शिकार होते हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्य कुपोषण के मामले में काफी आगे हैं। ये प्रदेश देश की कुल गरीबी में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।

 

 

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